सतावर या शतावरी(Asparagus Racemosus) की खेती कैसे करें

सतावर या शतावरी एक आयुर्वेदिक जड़ीबुटी है जिसका वानस्पतिक नाम एस्परागास रेस्मोसुस (Asparagus Racemosus) है। नेपाली सतावर, सतावर की ही एक खास किस्म है जिसका उत्पादन भारत और नेपाल में बड़े स्तर पर होता है क्यों की बाजार में इसका अच्छा मूल्य(market value) मिल जाता है। उष्णकटिबंधीय व उपोष्णकटिबंधीय क्षेत्र इसकी खेती के लिए काफी अनुकूल होते हैं। सतावर एक बहुवर्षीय फसल है जो १८ माह से ३० माह में तैयार होती है। खेत की उर्वरक क्षमता और क्षेत्र की जलवायु स्थिति के अनुसार सतावर का प्रति हेक्टेयर उत्पादन भी भिन्न होता है। सतावर को भूमि से सूखी जड़ों के रूप में प्राप्त करके इनको कई वर्ष 10-15 वर्ष तक स्वस्थ बना के रखा जा सकता है । अनाज की फसलों की तुलना में इस आयुर्वेदिक खेती में अधिक मुनाफा होता है और इसी कारण देश के किसान इस खेती में भी रुचि लेने लगे हैं।