शतावरी (Asparagus) व अन्य औषधीय फसलों(Medicinal plants) की मंडियों(Herbal market) व मंडी भाव की जानकारी

वर्तमान समय में औषधीय फसलों(medicinal crops) या हर्बल कच्चे माल(herbal raw material) जैसे कि शतावरी या सतावर की सूखी जड़ों(dried roots) का व्यापार कमिशन एजेंट्स या स्थानीय व्यापारी(local traders) के माध्यम से होता है जिनकी जानकारी इंटरनेट पे भी उपलब्ध रहती है। भारत सरकार अपने पूरे प्रयास कर रही है जिससे किसानों या प्राथमिक उत्पादकों(primary producer) को सीधे मुख्य उपभोक्ता(herbal Mandi or herbal company) से जोड़ा जा सके। अधिकांश औषधीय फसलों का व्यापार पारंपरिक हर्बल मंडी(conventional herbal mandi) के माध्यम से होता है। कई राज्यों ने कृषि उपज मंडी(agriculture produce market) को भी औषधीय फसलों के व्यापार से जोड़ने की कोशिश की है। और भी कई माध्यम है जिनके द्वारा औषधीय फसलों का  व्यापार होता है।

(Chart 1 - Mandi rates of various herbal raw materials in different mandis in month March 2020)

1. पारम्परिक हर्बल मंडी(Conventional herbal Mandi)

अधिकांश औषधीय फसलें इन्हीं मंडियों के माध्यम से मुख्य उपभोक्ता अर्थात हर्बल कंपनियों तक पहुंचती हैं। किसानों के पास आमतौर पर उन मंडियों तक सीधी पहुंच नहीं होती है जिससे उन्हें एजेंट्स या फिर स्थानीय व्यापारियों पर निर्भर रहना पड़ता है। माल बेचने के सौदे में एजेंट्स और स्थानीय व्यापारियों के शामिल होने के कारण किसानों को व्यापार का उचित लाभ नहीं मिल पाता। इन मंडियों के व्यापारी ज्यादातर कमिशन एजेंट्स या स्थानीय व्यापारियों के नेटवर्क के माध्यम से ही व्यापार करते हैं।

1.1 कुछ मंडियों के नाम व स्थान(Location of mandis)

Delhi

Khari Baoli

Uttar Pradesh

Saharanpur, Kanpur, Lucknow, Banaras, Kannauj

Maharastra

Mumbai, Chandrapur, Nagpur, Amravat

Madhya pradesh

Neemuch, Jabalpur, Bhopal, Chhindwara, Betul, Indore

Rajasthan

Jaipur

Punjab

Majith Mandi Amritsar

Uttarakhand

Ramnagar, Tanakpur

Chhattisgarh

Raipur, Kankar, Katni, Dhamtri, Jagdalpur

Odisha

Koraput, Cuttak,

Bihar

Patna,

West Bengal

Kolkata,

Jharkhand

Ranchi

Jammu & Kashmir

Jammu, Srinagar

Tamilnadu

Chennai, Virudhnagar, Dindukkal


NMPB वेब पोर्टल के माध्यम से हर्बल मंडियों व उससे जुड़े व्यापारियों का पता लगाया जा सकता है। NMPB पोर्टल पर पूरे भारत में औषधीय जड़ी - बूटियों के व्यापारियों की सभी संभावित जानकारियों को इकठ्ठा किया गया है। सरकार की ये एक अच्छी पहल है जिसके माध्यम से आप बाज़ार की स्थिति जान सकते हैं और उन्हें उचित दर के साथ सीधे बेचने के लिए हर्बल व्यापारियों(herbal traders) से संपर्क कर सकते हैं और बिचौलियों/ एजेंट्स को कम कीमत पर बेचने से बच सकते हैं।NMPB की आधिकारिक वेबसाइट पर login करके आप इस क्रम में व्यापारियों की जानकारी हासिल कर सकते हैं- Home>Scheme>Central sector scheme>Scheme components>Marketing & trade 

1.2 मध्यप्रदेश में पारम्परिक हर्बल मंडी

हर्बल मंडी नीमच, अश्वगंधा(Withania somnifera), इसबगोल(Plantago ovata) और मेहंदी(Lawsonia inermis) जैसी औषधीय फसलों के व्यापार के लिए विश्वविख्यात है। मध्यप्रदेश में सबसे ज्यादा वन क्षेत्र(forest area) होने के कारण राज्य को औषधीय जड़ी बूटियों का भंडार माना जाता है। राजस्थान और उत्तर प्रदेश से व्यापारी यहां शतावरी(Asparagus) के व्यापार के लिए आते हैं।

नीचे दिखाए गए image 1 में मध्यप्रदेश के हर्बल व्यापारियों का पता है जो NMPB के वेब पोर्टल से लिया गया है।

(Image 1 - herbal traders in MP)

1.3 पारम्परिक हर्बल मंडी खरी बावली, दिल्ली

खरी बावली, दिल्ली देश की सबसे बड़ी पारंपरिक हर्बल मंडी मानी जाती है। सिर्फ देश से ही नहीं बल्कि विदेश से भी प्राप्त हर्बल कच्चे माल(herbal raw material) का कारोबार  किया जाता है। इस मंडी में मुख्य रूप से मेहंदी(Lawsonia inermis), मुलेठी(Glycyrrhiza glabra) , तुलसी(Ocimum tenuiflorum), इसबगोल(Plantago ovata), आंवला (Phyllanthus emblica) का व्यापार किया जाता है। उत्तर प्रदेश, राजस्थान और उत्तराखंड में सतावर की खेती बड़े स्तर पर होने के कारण दिल्ली हर्बल मंडी को सतावर के व्यापार के लिए उपयुक्त माना जाता है।

नीचे दिए गए image 2 में दिल्ली हर्बल मंडी के व्यापारियों का पता है जो NMPB के वेब पोर्टल से लिया गया है।

(Image 2 - Herbal traders in Delhi)

2. कृषि उपज मंडी(Agriculture produce mandi)

कृषि उपज मंडी पारम्परिक हर्बल मंडियों से बेहतर मानी जाती हैं। यहां किसानों या प्राथमिक उत्पादकों को नीलामी पर अपनी औषधीय फसलों को बेचने अच्छा अवसर दिया जाता है। ये मंडिया किसानों और खरीददारों को एक दूसरे से सीधे संपर्क करने का एक मंच प्रदान करती है। पारम्परिक कृषि फसलों जैसे कि गेहूं, चावल, मक्का, कपास आदि के व्यापार के लिए बनी ये मंडिया औषधीय जड़ी बूटी और फसलों के लिए भी अच्छा अवसर प्रदान करती हैं और नीलामी प्रक्रिया के कारण किसानों को अच्छा लाभ मिलता है।

2.1 नीमच कृषि उपज मंडी, मध्यप्रदेश

2.2 उंझा कृषि उपज मंडी(गुजरात)

ये मंडी पूरी तरह से विनायमित(Regulated) बाज़ार है और इसे एशिया की सबसे बड़ी जीरा(cummin) मंडी के नाम से भी जाना है। ईसबगोल herb का व्यापार भी बड़े स्तर पर होता है यहां।

2.3 राजस्थान कृषि उपज मंडी

राजस्थान में मेहंदी, सेना, कैस्टर और इसबगोल की खेती बड़े स्तर पर होती है। इन औषधीय फसलों या कच्ची दवाओं(medicinal raw drugs) के व्यापार के लिए राजस्थान के कृषि विपणन बोर्ड(RSAMB) ने कृषि उपज मंडी को माध्यम बनाया है और इनको व्यापार के लिए शामिल किया है। सोजत(राजस्थान) को मेहंदी के व्यापार के लिए जाना जाता है।

3. बाई बैंक एग्रीमेंट (Trade under buy back agreement)

देश की हर्बल कंपनियां अक्सर buy back के तहत किसानों को जड़ी बूटी उगाने को प्रोत्साहन देती हैं। इसमें किसानों को नुकसान का डर नहीं रहता क्यों कि कंपनियां पूर्व - स्वीकृत (pre decided) कीमत पर फसल को खरीदती हैं। Buy back के तहत औषधीय फसल उगाना किसानों के लिए एक अच्छा अवसर माना जाता है।

4. हर्बल बाज़ार को विनयमित (regulate) करने में भारत सरकार के प्रयास

आयुष मंत्रालय के 2 वेब पोर्टल NMPB (nmpb.nic.in) व e.charak (echarak.in) एक मंच तैयार करते हैं जहां सभी जड़ी - बूटियों की जानकारी व कीमत जांच सकते हैं। NMPB पर हर्बल मार्केट से जुड़े  व्यापारी व कंपनियों की जानकारी हासिल कर सकते हैं। e.charak पर सभी जड़ी बूटियों आयुर्वेदिक, यूनानी, सिद्ध, होम्योपैथी आदि की कीमत देश की सभी मंडियों में जान सकते हैं। इस पोर्टल पर मार्केट के हिसाब से (market-wise) सभी औषधीय फसलों या हर्बल कच्चे माल का भाव देख सकते है। आप इस पोर्टल पर पंजीकरण (Registration) करके अपनी जरूरत फसल बेचने की या कुछ खरीदने की मांग को डाल सकते हैं। जैसे कि मुझे शतावरी की पौध(Asparagus plants) और सूखी जड़ें(dried roots) बेचने है तो मैंने यहां पंजीकरण करके अपनी जरूरत पोस्ट कर दी। नीचे दिए गए image 3 में आप देख सकते हैं।

(Image 3 - शतावरी पौध व सूखी जड़ें खरीद - बिक्री हेतु पंजीकरण)

तो इस प्रकार इस ई - चैनल के माध्यम से किसान और व्यापारी या खरीददार और विक्रेता (Buyer and seller) एक दूसरे के साथ सीधे जुड़ सकते हैं और व्यापार का लाभ ज्यादा से ज्यादा उठा सकते हैं। नीचे दिए गए image में शतावरी का मंडी - भाव देश की विभिन्न मंडियों में दिखाया गया है। ये डाटा मार्च 2020 माह का है जो e.charak से लिया गया है। ग्राफ से साफ है कि शतावरी(नेपाली पीली) का भाव मार्च माह में मुंबई मंडी(Mumbai herbal market) में Rs 375/Kg था वहीं नीमच मंडी(Neemuch herbal market) में भाव Rs 170/Kg था।

( Image 4 - mandi rate of nepali shatavar in month March 2020)

नीचे दिए गए image 5 में नेपाली पीली सतावर(Asparagus - Nepali yellow) के मंडी भाव की जयपुर मंडी में स्थिति दिखाई गई है। इस मंडी से जनवरी २०२० से लेकर मार्च २०२० तक के आंकड़े(Statistics) लिए गए हैं। इस मंडी में सतावर के भाव फरवरी के दूसरे पखवाड़े में सबसे ज्यादा Rs 368/Kg था और जनवरी के पहले पखवाड़े में सबसे कम Rs 320/Kg था। कोरोना महामारी का असर हर्बल मंडी के भाव पर भी पड़ा है और इसके चलते अभी सतावर व अन्य औषधीय फसलों के भाव में गिरावट आयी है।


(Image 5 - Jaipur mandi rate of shatavar in different months)



हम अपने खेत में शतावरी(Asparagus racemosus) , अश्वगंधा(Withania somnifera) व अकर्करा(Anacyclus pyrethrum) की खेती करते हैं और जो किसान भाई इनकी खेती करना चाहते हैं उन भाइयों को बीज(seeds) व पौध(plants) की सप्लाई करते हैं। अधिक जानकारी के लिए संपर्क करें  9760606973, 9760286001 पर।

Comments

  1. Very informative post!
    Wholesale Supplier of Herbal Extracts wants to supply :
    Shatavari Canada

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    1. Thanks for your appreciation. Shatavari dried roots extract available. You can connect on 9760606973

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  2. हम अश्वगंधा की खेती करते हैं तथा सप्लायर का काम करते हैं । किसी को अश्वगंधा की आवश्यकता हो सम्पर्क 9269885565

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